उत्तरपथ में आप बठी, हाथ सिद्ध वाचा ऋद्धि-सिद्धि । धनधान्य देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।। जो जो हनुमंत धगधजित फलफलित आयुराष: खरूराह आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, तांत्रिक साधना में जो मंत्र इस्तेमाल किए जाते हैं, उन्हें सबसे पहले सिद्ध किया जाता है और उसके बाद ही उसका इस्तेमाल https://baglamukhivashikaranmantr62840.shotblogs.com/the-greatest-guide-to-kali-49225371